Tuesday, March 29, 2011

राशिफल की सत्यता...??????


दुनिया में रहने वाले अरबों लोगों का भविष्य फल भला 12 राशियों में कैसे समा सकता है? यह जानने के बावजूद प्रातः अखबार के पन्ने पलटते हुए दैनिक राशिफल पर हम सबकी नजरें पड़ ही जाती हैं, चाहे हम इसे हल्के में लें या गंभीरता से। वैज्ञानिक युग में जीने का दावा करने तमाम आधुनिकताओं के बावजूद मैं भी राशिफल देखने का आदी रहा हूं। और कमोवेश मुझे इस पर यकीन भी होता है। ताज्जुब की बात यह भी है कि नवभारत टाइम्स में पं. केवल आनन्द जोशी द्वारा दिया गया राशिफल प्रायः मेरे जीवन में घटने वाली घटनाओं से काफी मेल खाता है और गाहे-बगाहे मुझे मेरी परिस्थितियों के अनुसार सचेत भी करता रहता है। जैसे, आज ही मैंने पढ़ा- ‘दूसरों को सुधारना आपके बस की बात नहीं है। आज के दिन भी कुछ ऐसी ही चुनौती आपको मिल सकती है। आपके लिए अच्छा यही रहेगा कि किसी विवाद और झगड़े से दूर रहें......’ आपकी इस बारे में क्या राय है?